क्या जापानी समर्थन से बदलेगी Yes Bank की किस्मत? Sumitomo Mitsui को 51% हिस्सेदारी में दिलचस्पी!

Yes Bank एक बार फिर सुर्खियों में है। रिपोर्ट्स के अनुसार जापान की दिग्गज बैंकिंग कंपनी Sumitomo Mitsui Banking Corporation (SMBC) भारतीय निजी बैंक Yes Bank में बड़ी हिस्सेदारी खरीदने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है।
Sumitomo Mitsui का Yes Bank में 51% हिस्सेदारी का प्लान
Economic Times की रिपोर्ट के मुताबिक, SMBC Yes Bank में 51% हिस्सेदारी खरीदने पर विचार कर रही है। अगर यह डील होती है, तो यह भारत के बैंकिंग सेक्टर की अब तक की सबसे बड़ी मर्जर एंड एक्विजिशन (M&A) डील बन सकती है। इस हिस्सेदारी के साथ SMBC को कंपनी का सबसे बड़ा शेयरधारक बनने का मौका मिलेगा और साथ ही 26% अतिरिक्त हिस्सेदारी के लिए ओपन ऑफर भी करना होगा।
Yes Bank की वापसी की कहानी
2020 में भारी संकट और भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा कराए गए रेस्क्यू के बाद Yes Bank लगातार सुधार की राह पर है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) फिलहाल बैंक में 24% की हिस्सेदारी रखती है और लंबे समय से एक स्थायी निवेशक की तलाश में है।
विदेशी निवेश और RBI की भूमिका
भारतीय निजी बैंकों में विदेशी निवेश को लेकर RBI के दिशा-निर्देश सख्त हैं। एफडीआई लिमिट 74% तक है, जबकि किसी एक विदेशी कंपनी को अधिकतम 15% हिस्सेदारी की अनुमति होती है। हालांकि, विशेष अनुमति के तहत SMBC को बड़ी हिस्सेदारी मिल सकती है, लेकिन वोटिंग राइट्स पर अब भी 26% की सीमा बनी रहेगी।
बैंक की मौजूदा स्थिति और मुनाफे में जबरदस्त उछाल
Yes Bank अब संकट से बाहर निकल चुका है। बैंक के कुल डिपॉजिट ₹2.85 लाख करोड़ तक पहुंच चुके हैं, जो 2020 की तुलना में लगभग तीन गुना हैं। ग्रॉस NPA घटकर 1.6% और नेट NPA सिर्फ 0.3% रह गया है।
FY25 में बैंक ने ₹2,406 करोड़ का शुद्ध लाभ कमाया है, जो कि पिछले वर्ष की तुलना में 93% की बढ़ोतरी दर्शाता है। वहीं FY20 में बैंक को ₹16,000 करोड़ से अधिक का घाटा हुआ था।
आगे क्या?
अगर SMBC की यह डील फाइनल होती है, तो यह भारत के बैंकिंग क्षेत्र के लिए एक नया अध्याय साबित हो सकता है। इससे न केवल Yes Bank को मजबूती मिलेगी बल्कि जापानी निवेशकों के लिए भी भारतीय बाजार में गहरी पैठ बनाने का रास्ता खुलेगा।