आंखों की गुस्ताखियां बॉक्स ऑफिस कलेक्शन डे 1: शनाया कपूर की डेब्यू फिल्म की धीमी शुरुआत
शनाया कपूर की डेब्यू फिल्म “आंखों की गुस्ताखियां” ने बॉक्स ऑफिस पर बेहद कमजोर शुरुआत की है। फिल्म को लेकर पहले से ही दर्शकों में बहुत ज्यादा उत्साह नहीं दिख रहा था, और पहले दिन की कमाई ने इन उम्मीदों को और भी कम कर दिया है।
पहले दिन की कमाई रही सिर्फ ₹35 लाख

आंखों की गुस्ताखियां बॉक्स ऑफिस
Sacnilk.com की रिपोर्ट के अनुसार, फिल्म ने भारत में रिलीज़ के पहले दिन मात्र ₹35 लाख की कमाई की। इस आंकड़े से यह साफ है कि फिल्म दर्शकों को थिएटर तक लाने में असफल रही है। शुक्रवार को फिल्म की औसत हिंदी ऑक्यूपेंसी मात्र 9.92% रही, जो किसी भी बड़े स्टार की फिल्म के लिए चिंताजनक मानी जाती है।
विक्रांत मैसी की पिछली फिल्म से भी पीछे रही
इस फिल्म में विक्रांत मैसी मुख्य भूमिका में हैं, जो एक नेत्रहीन व्यक्ति का किरदार निभा रहे हैं। लेकिन इस बार उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा। उनकी पिछली फिल्म “The Sabarmati Report” ने पहले दिन ₹1.25 करोड़ की कमाई की थी, जो इस फिल्म से कहीं बेहतर थी। इससे साफ पता चलता है कि दर्शकों ने इस फिल्म को ज्यादा पसंद नहीं किया।
शनाया कपूर की पहली फिल्म बनी फ्लॉप की कगार पर
शनाया कपूर की यह पहली फिल्म है, जो उन्होंने बतौर लीड एक्ट्रेस साइन की थी। इससे पहले वह करण जौहर की फिल्म “बेधड़क” से डेब्यू करने वाली थीं, लेकिन वह फिल्म कभी रिलीज़ नहीं हुई। “आंखों की गुस्ताखियां” से उन्हें इंडस्ट्री में लॉन्च किया गया, लेकिन ओपनिंग डे पर मिली प्रतिक्रिया से उनकी शुरुआत कमजोर रही है।
फिल्म की कहानी और निर्माण
फिल्म का निर्देशन संतोष सिंह ने किया है। यह एक इमोशनल लव स्टोरी है जिसमें दो मुख्य किरदारों के बीच का रिश्ता और संघर्ष दिखाया गया है। फिल्म का लेखन नीरंजन अय्यर और मंसी बागला ने किया है, जबकि संगीत विशाल मिश्रा ने तैयार किया है। फिल्म को ज़ी स्टूडियोज और मिनी फिल्म्स द्वारा प्रस्तुत किया गया है, और इसका निर्माण मंसी बागला व वरुण बागला ने किया है।
समीक्षकों की राय
Hindustan Times की समीक्षा में फिल्म को औसत बताया गया है। रिव्यू में कहा गया, “शनाया कपूर का प्रदर्शन आत्मविश्वासी है, लेकिन उनके किरदार को ज्यादा अवसर नहीं मिला है। विक्रांत मैसी ने एक नेत्रहीन व्यक्ति की भूमिका निभाई है, जिसमें गहराई की संभावना थी, लेकिन वह उसे पूरी तरह निभा नहीं पाए।”
इसके साथ ही रिव्यू में यह भी कहा गया कि फिल्म “एक अधूरी प्रेम कहानी की तरह लगती है, जो अपनी संभावनाओं को पूरी तरह नहीं पहचान पाई। यह दर्शकों की भावनाओं को छूने की कोशिश तो करती है, लेकिन उसमें सफल नहीं हो पाती।”
क्या है आगे की उम्मीद?
फिल्म की कमजोर शुरुआत के बाद अब वीकेंड पर ही इसकी किस्मत तय होगी। अगर फिल्म शनिवार और रविवार को अच्छी कमाई नहीं कर पाती, तो यह बॉक्स ऑफिस पर पूरी तरह फ्लॉप साबित हो सकती है। सोशल मीडिया पर भी फिल्म को लेकर खास चर्चा नहीं हो रही है, जिससे इसके भविष्य को लेकर और भी संदेह पैदा हो गया है।
निष्कर्ष
“आंखों की गुस्ताखियां” का बॉक्स ऑफिस पर ओपनिंग डे प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। शनाया कपूर की डेब्यू फिल्म से जो उम्मीदें थीं, वो पूरी नहीं हो सकीं। कमजोर कहानी, औसत अभिनय और प्रचार की कमी के चलते फिल्म दर्शकों के बीच जगह नहीं बना सकी। अब देखना यह होगा कि वीकेंड पर फिल्म की किस्मत बदलती है या यह जल्द ही सिनेमाघरों से बाहर हो जाती है।