अदानी समूह के शेयरों में गिरावट, रिश्वतखोरी के आरोपों का असर
अदानी समूह की कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई, जब समूह के संस्थापक गौतम अदानी के खिलाफ अमेरिकी न्याय विभाग ने रिश्वतखोरी के आरोप लगाए। ये आरोप सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट्स में अनुबंध हासिल करने के लिए $250 मिलियन की रिश्वत देने से संबंधित हैं। इन आरोपों ने निवेशकों की चिंता बढ़ा दी है, जिससे अदानी समूह के शेयरों में बिकवाली का माहौल बन गया।

अदानी शेयरों पर प्रभाव
- अदानी ग्रीन एनर्जी: इस कंपनी के शेयर गुरुवार को 3% से अधिक गिर गए। निवेशक आरोपों के प्रभाव का आकलन कर रहे हैं, जिससे लगातार गिरावट जारी हैmint।
- अदानी पावर: इस साल अब तक कंपनी के शेयरों में लगभग 10% की गिरावट आई है और वर्तमान में यह ₹473.70 पर ट्रेड कर रहा है। विश्लेषकों का मानना है कि 2025 तक इसमें 64% तक की संभावित रिकवरी हो सकती है, लेकिन निकट भविष्य में जोखिम बरकरार हैStock Price Archive।
- अन्य कंपनियों पर असर: अदानी समूह से जुड़ी अन्य कंपनियां, जैसे कि पीएसपी प्रोजेक्ट्स, भी प्रभावित हुईं। अदानी इंफ्रा द्वारा कंपनी में 30% हिस्सेदारी के अधिग्रहण के बावजूद, पीएसपी के शेयरों में 9% से अधिक गिरावट दर्ज की गई।
आरोपों का संदर्भ
अमेरिकी न्याय विभाग ने गौतम अदानी पर अक्षय ऊर्जा अनुबंधों में लाभ प्राप्त करने के लिए रिश्वतखोरी का आरोप लगाया है। यह मामला अदानी समूह की कॉर्पोरेट गवर्नेंस पर पहले से जारी जांच को और गहरा कर रहा है। वित्तीय गड़बड़ियों के पूर्व आरोपों के बाद यह नया खुलासा निवेशकों के लिए चिंता का कारण बन रहा है
बाजार का दृष्टिकोण
विश्लेषकों का मानना है कि अदानी समूह की कुछ कंपनियां मध्यम और दीर्घकालिक अवधि में रिकवर कर सकती हैं, लेकिन वर्तमान में बाजार में अस्थिरता बनी हुई है। नियामकीय परिणाम और निवेशकों का रुख समूह के शेयरों के भविष्य को निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
निवेशकों को सतर्क रहने और किसी भी निर्णय से पहले विशेषज्ञों से परामर्श लेने की सलाह दी जाती है।