मलयालम फिल्म ‘थुदरम’ (Thudarum)में मोहनलाल की दमदार वापसी
25 अप्रैल 2025 को रिलीज़ हुई मलयालम फिल्म थुदरम ने दर्शकों और समीक्षकों के बीच खासा ध्यान आकर्षित किया है। थरुण मूर्ति के निर्देशन में बनी इस फिल्म में मोहनलाल ने एक साधारण टैक्सी ड्राइवर के रूप में अपनी अभिनय क्षमता का बेहतरीन प्रदर्शन किया है।
कहानी की झलक
फिल्म की कहानी शन्मुगम उर्फ़ ‘बेंज’ (मोहनलाल) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो एक पूर्व स्टंटमैन है और अब केरल के रन्नी में टैक्सी ड्राइवर के रूप में जीवन यापन करता है। उसकी सबसे प्रिय संपत्ति उसकी पुरानी एंबेसडर कार है, जो उसे उसके गुरु ने उपहार में दी थी। परिवार और कार के प्रति उसका समर्पण तब परीक्षा में पड़ता है जब एक दुर्घटना के बाद कार में गांजा मिलने पर पुलिस उसे जब्त कर लेती है।
अभिनय और निर्देशन
मोहनलाल ने शन्मुगम के किरदार को बड़ी सहजता और गहराई से निभाया है, जो उनके प्रशंसकों के लिए एक सुखद अनुभव है। शोभना ने उनकी पत्नी ललिता की भूमिका में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है, और दोनों की केमिस्ट्री फिल्म को भावनात्मक गहराई प्रदान करती है। विज्ञापन निर्देशक प्रकाश वर्मा ने अपने अभिनय की शुरुआत करते हुए खलनायक ‘CI जॉर्ज’ के रूप में प्रभावशाली प्रदर्शन किया है।
तकनीकी पक्ष
जेक्स बिजॉय का संगीत और शाजी कुमार की सिनेमैटोग्राफी फिल्म के मूड को सटीक रूप से दर्शाते हैं। थरुण मूर्ति का निर्देशन और पटकथा दर्शकों को एक साधारण कहानी में भी गहराई और रोमांच का अनुभव कराते हैं।
समीक्षाएँ और प्रतिक्रिया
फिल्म को समीक्षकों से सकारात्मक प्रतिक्रियाएँ मिली हैं। हिंदुस्तान टाइम्स ने इसे एक “ग्रिपिंग थ्रिलर” बताया है, जबकि इंडियन एक्सप्रेस ने इसे “लगभग निर्दोष रिवेंज थ्रिलर” कहा है। हालांकि, टाइम्स ऑफ इंडिया ने स्क्रिप्ट और अभिनय में कुछ कमी की ओर इशारा किया है।
निष्कर्ष
थुदरम एक ऐसी फिल्म है जो मोहनलाल के अभिनय कौशल को फिर से उजागर करती है और दर्शकों को एक भावनात्मक यात्रा पर ले जाती है। यह फिल्म उन सभी के लिए देखने योग्य है जो अच्छी कहानी और उत्कृष्ट अभिनय की सराहना करते हैं।