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नितिन गडकरी (Nitin Gadkari)की पीएम बनने की इच्छा: ठाकरे गुट के नेता के बयान से मची हलचल

मुंबई: एक चौंकाने वाले बयान में ठाकरे गुट की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने दावा किया कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने अप्रत्यक्ष रूप से प्रधानमंत्री पद संभालने की अपनी इच्छा व्यक्त की है, और इसके माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सीधा संदेश भेजा है। नागपुर में हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान गडकरी की टिप्पणियों के बाद, उनके प्रधानमंत्री पद की आकांक्षाओं को लेकर चर्चा फिर से शुरू हो गई है।

Image Credit source: internet

गडकरी ने किया खुलासा: विपक्षी नेता ने दिया पीएम पद का ऑफर

शनिवार को नागपुर में आयोजित एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान, नितिन गडकरी ने खुलासा किया कि एक विपक्षी पार्टी के नेता ने उन्हें प्रधानमंत्री पद का ऑफर दिया था। इस बयान ने न केवल राष्ट्रीय स्तर पर, बल्कि महाराष्ट्र की राजनीति में भी काफी अटकलें पैदा कर दी हैं।

प्रियंका चतुर्वेदी की प्रतिक्रिया: गडकरी की सर्वोच्च पद की मंशा

गडकरी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्विटर पर कहा, “नितिन गडकरी ने सर्वोच्च पद पर बैठने की अपनी महत्वाकांक्षा व्यक्त की है। उन्होंने खुलासा किया कि उन्हें विपक्षी नेता द्वारा प्रधानमंत्री पद का प्रस्ताव दिया गया था। यह नरेंद्र मोदी को एक सीधा संदेश है। INDIA गठबंधन में कई सक्षम नेता हैं जो देश का नेतृत्व कर सकते हैं, हमें इसके लिए बीजेपी से किसी नेता को उधार लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी। हालांकि, गडकरी ने इस ऑफर का उल्लेख करके बहुत सही कदम उठाया है।”

नितिन गडकरी ने क्या कहा?

नागपुर के इस कार्यक्रम में, अपने खुले और मजाकिया अंदाज के लिए जाने जाने वाले नितिन गडकरी ने एक दिलचस्प किस्सा साझा किया। उन्होंने कहा, “कुछ दिन पहले एक अप्रत्याशित घटना घटी। मैं उस नेता का नाम नहीं बताऊंगा, लेकिन उन्होंने मुझसे कहा कि अगर आप प्रधानमंत्री बनें, तो हम आपको समर्थन देंगे। मैंने उनसे पूछा कि आप मुझे पीएम पद के लिए समर्थन क्यों देना चाहते हैं और मैं इसे क्यों स्वीकार करूं? मैंने उस नेता को स्पष्ट रूप से कहा कि प्रधानमंत्री बनना मेरे जीवन का लक्ष्य नहीं है। मैं अपने सिद्धांतों और पार्टी संगठन के प्रति निष्ठावान हूं। मैं प्रधानमंत्री बनने के लिए इन सिद्धांतों और पार्टी से विश्वासघात नहीं करूंगा। ये सिद्धांत ही भारतीय लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत हैं।”

गडकरी के बयान से राजनीतिक अटकलों का दौर शुरू

हालांकि गडकरी ने स्पष्ट कर दिया कि उनकी प्रधानमंत्री बनने की कोई इच्छा नहीं है, फिर भी उनके इस बयान ने राष्ट्रीय राजनीति में उनकी संभावित भूमिका को लेकर चर्चा को फिर से तेज कर दिया है। विभिन्न दलों के नेताओं से उनके करीबी रिश्ते और उनकी साफगोई ने उन्हें राजनीतिक विमर्श में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति बना दिया है।

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