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भारत ने पेश किया PAN card 2.0: कर प्रणाली में क्रांतिकारी बदलाव

भारत की स्थायी खाता संख्या (PAN) प्रणाली एक महत्वपूर्ण बदलाव से गुजर रही है। PAN कार्ड 2.0 के साथ, सरकार देश की डिजिटल कर प्रणाली को आधुनिक बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठा रही है। यह उन्नयन सरकार की व्यापक डिजिटल इंडिया योजना के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य करदाताओं की सेवाओं को सरल बनाना, डेटा सुरक्षा को मजबूत करना और प्रशासनिक प्रक्रियाओं को कम करना है।

PAN 2.0 की मुख्य विशेषताएं

एम्बेडेड QR कोड:
नए PAN कार्ड में एक डायनेमिक QR कोड जोड़ा गया है। यह सुरक्षा को बढ़ाता है और करदाता की जानकारी को त्वरित रूप से एक्सेस करने में मदद करता है। इससे पहचान सत्यापन अधिक कुशल बनता है और धोखाधड़ी का खतरा कम होता है।

तुरंत ई-पैन जनरेशन:
अब करदाता अपने आधार विवरण का उपयोग करके तुरंत ई-पैन (e-PAN) जनरेट कर सकते हैं। यह सुविधा पहली बार PAN के लिए आवेदन करने वालों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है। डिजिटल ई-पैन मुफ्त है और इसे आयकर पोर्टल से सीधे डाउनलोड किया जा सकता है।

व्यवसायों के लिए यूनिवर्सल आइडेंटिफायर:
PAN 2.0 व्यवसायों के लिए विभिन्न सरकारी प्लेटफार्मों पर एक यूनिवर्सल आइडेंटिफायर के रूप में कार्य करेगा। यह एकीकरण अनुपालन प्रक्रियाओं को सरल बनाएगा और छोटे और मध्यम उद्यमों (SMEs) के लिए प्रशासनिक जटिलताओं को कम करेगा।

पर्यावरणीय स्थिरता:
यह पहल पेपरलेस लेनदेन को बढ़ावा देती है। ई-पैन की वजह से भौतिक कार्ड की आवश्यकता समाप्त हो जाती है, जिससे पर्यावरण पर प्रभाव और परिचालन लागत कम होती है।

pan card 2.0

करदाताओं और व्यवसायों के लिए लाभ

  • बढ़ी हुई सुरक्षा: उन्नत साइबर सुरक्षा उपाय करदाता डेटा को अनधिकृत पहुंच से बचाते हैं।
  • सरल प्रक्रियाएं: आयकर विभाग के साथ कर से संबंधित इंटरैक्शन तेज और अधिक उपयोगकर्ता अनुकूल होंगे।
  • नए कार्ड की आवश्यकता नहीं: मौजूदा PAN धारकों को नए कार्ड के लिए आवेदन करने की आवश्यकता नहीं है। उनका मौजूदा PAN मान्य रहेगा और स्वचालित रूप से नई विशेषताओं के साथ अपग्रेड हो जाएगा।

अर्थव्यवस्था पर प्रभाव

भारत में लगभग 78 करोड़ PAN कार्ड जारी किए गए हैं। यह उन्नयन राष्ट्रीय स्तर पर वित्तीय लेनदेन और कर अनुपालन को सरल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। व्यवसायों के लिए, PAN और TAN सेवाओं का एकीकरण प्रशासनिक बोझ को कम करेगा और अधिक पारदर्शी डिजिटल अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगा।

PAN 2.0 में कैसे ट्रांजिशन करें?

करदाता नए ई-पैन सेवाओं का लाभ उठाने के लिए आयकर विभाग की वेबसाइट पर जा सकते हैं। प्रक्रिया में आधार लिंक करना और OTP के माध्यम से सत्यापन शामिल है, जिससे उन्नत प्रणाली में सहज एकीकरण सुनिश्चित होता है।

संक्षेप में, PAN 2.0 भारत की कर संरचना को आधुनिक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह सुरक्षा, सुविधा और स्थिरता में सुधार लाकर सभी हितधारकों के लिए फायदेमंद साबित होगा​

HT Tech


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