ऋषि दास(Rishi Das) : IndiQube और CareerNet के संस्थापक की प्रेरक कहानी
उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में जन्मे ऋषि दास, IndiQube और CareerNet के संस्थापक, ने अपनी अलग राह बनाने की हमेशा से ख्वाहिश रखी। उनके पिता की हिम्मत और साहस ने उन्हें जीवन में जोखिम लेने और खुद का बिजनेस शुरू करने के लिए प्रेरित किया। ऋषि की कहानी हिम्मत, दृढ़ता और परिवार के समर्थन की ताकत को बखूबी दर्शाती है। नौकरी छोड़ने से लेकर दो सफल बिजनेस खड़े करने तक, उन्होंने अपने सपनों को साकार किया।

आईआईटी से प्रेरित होकर शुरुआत
ऋषि ने IIT में एडमिशन लिया और वहां की माहौल से प्रेरित हुए। उनके साथी छात्र भी उतने ही महत्वाकांक्षी थे, जिसने उन्हें और अधिक मेहनत करने के लिए प्रेरित किया। हालांकि, उनके जीवन में एक बड़ा बदलाव तब आया जब उन्होंने इंजीनियरिंग के दूसरे साल में अपने चाचा के साथ एक फ्लोरीकल्चर बिजनेस सेटअप में मदद की। इस अनुभव ने उन्हें यह एहसास दिलाया कि वह पारंपरिक 9-टू-5 नौकरी के लिए नहीं बने हैं।
परिवार का समर्थन और जोखिम उठाने की हिम्मत
ग्रेजुएशन के बाद, ऋषि ने नौकरी तो हासिल की, लेकिन उनका मन हमेशा अपना बिजनेस शुरू करने की ओर भागता रहा। एक दिन उन्होंने साहसिक फैसला लिया और बिना किसी प्लान के अपनी नौकरी छोड़ दी।
शुरुआत में उनके परिवार को लगा कि वह छुट्टी पर घर आए हैं। लेकिन जब एक महीने बीत गए, उनके पिता ने उनसे उनके भविष्य की योजनाओं के बारे में पूछा। ऋषि ने अपनी इच्छा बताई कि वह खुद का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं। उनके पिता ने न केवल उन्हें समर्थन दिया बल्कि अपने भविष्य निधि (PF) से आर्थिक मदद भी ऑफर की। यही समर्थन ऋषि के बिजनेस सफर की बुनियाद बना।
CareerNet की स्थापना
1999 में, मात्र 24 साल की उम्र में, ऋषि ने अपने भाई के साथ CareerNet की शुरुआत की। यह कंपनी भारत की सबसे बड़ी टैलेंट सॉल्यूशन कंपनियों में से एक बन गई, जो विभिन्न इंडस्ट्रीज को रिक्रूटमेंट सॉल्यूशंस प्रदान करती है।
IndiQube का जन्म
CareerNet के विस्तार के साथ, ऑफिस स्पेस की जरूरतें भी बढ़ने लगीं। हर दो साल में कंपनी को नए ऑफिस में शिफ्ट करना पड़ता था। इससे परेशान होकर ऋषि ने एक नया अवसर देखा। उन्होंने 2013 में मेघना अग्रवाल के साथ मिलकर IndiQube की शुरुआत की। IndiQube एक टेक-इनेबल्ड फ्लेक्स स्पेस प्रोवाइडर है, जो स्टार्टअप्स, एंटरप्राइजेज और सोलोप्रीन्योर्स को सेवाएं प्रदान करता है।
IndiQube न केवल ऑफिस स्पेस प्रदान करता है, बल्कि एक पूरा इकोसिस्टम देता है, जिसमें हाई-स्पीड वाई-फाई, मीटिंग रूम, कैफे और पार्किंग की सुविधाएं शामिल हैं। यह कॉन्सेप्ट भारत के बदलते बिजनेस माहौल में बिल्कुल फिट बैठा और देखते ही देखते IndiQube फ्लेक्सिबल वर्कस्पेस इंडस्ट्री में अग्रणी बन गया।
IndiQube की शानदार ग्रोथ
फिस्कल वर्ष 2024 में IndiQube ने ₹867.6 करोड़ की कुल आय दर्ज की।
ऋषि दास की कहानी यह साबित करती है कि यदि आप जोखिम उठाने का साहस रखते हैं और परिवार का समर्थन आपके साथ है, तो आप अपने सपनों को हकीकत में बदल सकते हैं।